साकेत न्यूज काशी मिश्रा
अंबेडकरनगर आपातकाल की 50वीं बरसी के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में “भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय” विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लोकतंत्र की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित किया गया।

सम्मान समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष श्याम सुंदर वर्मा, विधायक कटेहरी धर्मराज निषाद, जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला तथा मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला द्वारा लोकतंत्र सेनानियों को माला पहनाकर व अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम स्थल पर आपातकाल की त्रासदी को दर्शाती एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया, जिसका अधिकारियों व आम जनमानस द्वारा अवलोकन किया गया।

इसके साथ ही आपातकाल पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया, जिसने उस कालखंड की पीड़ा को जीवंत कर दिया।कार्यक्रम के दौरान देशभक्ति गीतों और लोकतंत्र पर आधारित गीतों की प्रस्तुति से वातावरण देशप्रेम से ओतप्रोत रहा। एक सामूहिक हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में नागरिकों ने हिस्सा लिया और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता जताई।इस अवसर पर लोकतंत्र सेनानियों ने आपातकाल के दौरान झेली गई पीड़ाओं और संघर्षों को साझा करते हुए लोगों को लोकतंत्र की अहमियत का बोध कराया।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि “आपातकाल का दौर भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला अध्याय था, जिसने संविधान और मौलिक अधिकारों को सीधा चुनौती दी।”विधायक धर्मराज निषाद ने कहा कि “हमें उन वीर लोकतंत्र रक्षकों को नमन करना चाहिए जिन्होंने उस समय अत्याचार के विरुद्ध आवाज़ उठाई। यह हमारी जिम्मेदारी है कि ऐसा समय दोबारा न लौटे।”
कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानी मग्घूराम विमल, राम केवल मौर्य, जगदेव वर्मा, आशाराम चौधरी, राम प्रकाश यादव, राम शंकर गुप्ता के अलावा भाजपा जिलाध्यक्ष त्र्यंबक तिवारी, अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) रंजीत सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए अनिल सिंह सहित अनेक गणमान्य नागरिक, विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी और मीडियाकर्मी मौजूद रहे।यह आयोजन वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को यह याद दिलाने का प्रयास है कि लोकतंत्र की रक्षा सतत सजगता और जनसहभागिता से ही संभव है।