साकेत न्यूज संवाददाता अम्बेडकर नगर
अम्बेडकरनगर आलापुर तहसील क्षेत्र में जलाशयों एवं भीटों का अस्तित्व भूमाफियाओं के कब्जे की भेंट चढ़ता जा रहा है। हरिहरपुर, रामनगर महुवर, लखनडीह एवं अमोला बुजुर्ग जैसे गांवों में तो हालात यह हैं कि जलाशयों की नवैयत बदलकर दबंगों ने बाकायदा रिहायशी बस्तियां बसा डाली हैं।सबसे गंभीर मामला अमोला बुजुर्ग गांव का है, जहां दर्जनों परिवारों ने जलाशय की भूमि पर अवैध निर्माण कर आशियाने खड़े कर लिए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सबकुछ राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की नाक के नीचे हुआ, लेकिन सबने जानबूझकर आंखें मूंदे रखीं।ग्रामीणों के मुताबिक, आलापुर क्षेत्र में राजस्व अमले की मिलीभगत के बिना इतने बड़े पैमाने पर कब्जा संभव ही नहीं था। अब जब इस गड़बड़ी की शिकायत उच्च स्तर पर पहुंची है, तो कार्रवाई के बजाय जिम्मेदार अधिकारी बगले झांकते नजर आ रहे हैं।
हरिहरपुर गांव में भी स्थिति अलग नहीं है। यहां भी दबंगों ने जलाशयों की भूमि की नवैयत बदलकर कब्जा कर लिया है, जिससे क्षेत्र में जल संरक्षण का तंत्र पूरी तरह चरमरा गया है।स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि दोषी राजस्व कर्मियों की जिम्मेदारी तय कर तत्काल प्रभाव से अवैध कब्जे हटाए जाएं, ताकि जलाशयों का प्राकृतिक स्वरूप बचाया जा सके।



