साकेत न्यूज संवाददाता अम्बेडकर नगर
अम्बेडकर नगर जिले के व्यापारी संगठनों ने प्रशासनिक स्तर पर हो रहे व्यापारी उत्पीड़न के खिलाफ आवाज बुलंद करने का निर्णय लिया है। 28 जून, शनिवार को सुबह 9:30 बजे पटेल नगर तिराहे से व्यापारी संगठनों द्वारा एक पदयात्रा निकाली गई, जो जिला मुख्यालय पहुंचकर माननीय जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
जिलाध्यक्ष राकेश कुमार पांडेय एवं जिला महामंत्री दिनेश चंद्र मिश्रा के नेतृत्व में व्यापारी संगठन की बैठक के बाद लिया गया। संगठन की ओर से जारी सूचना में सभी विक्रेता साथियों से अपील की गई है कि वे अधिक से अधिक संख्या में एकत्र होकर अपनी एकता और ताकत का परिचय दें।

जारी बयान में कहा गया है कि, “व्यापारियों की आवाज को नजरअंदाज किया जाना अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम संगठित होकर व्यापारी हितों के लिए संघर्ष करेंगे। जिस तरह से व्यापारी वर्ग ने संगठन के हर निर्णय में मजबूती से साथ दिया है, संगठन भी पूरी निष्ठा से व्यापारियों के मान और सम्मान की रक्षा करेगा।”
ज्ञात हो कि बीते कुछ समय से जिले में व्यापारियों पे प्रशासनिक दबाव हैं, कि किसानों को प्रिंट रेट पर उर्वरक उपलब्ध कराई जाए जबकि ज्ञापन में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि होलसेलर द्वारा 245 से 250 ex रेल हेड पे दे रहे है उसके बाद जिले तक पहुंचने में लगभग 20-25 रुपए भाड़ा पड़ जाता है सभी उर्वरक कंपनी अपना कम प्रचलित प्रोडक्ट जो किसानों की पसंद नहीं है उसे टेकिंग के रूप में दिया जाता है जिले मे इंडोरामा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा सबसे ज्यादा टेकिंग प्रोडक्ट दिया जाता है इनके द्वारा ऊर्जा यूरिया के साथ टैग किया जाता है।
जो कि किसान को जबरदस्ती लेना पड़ता है उसे अपने खेत मे जिंक वा सल्फर डालना है लेकिन उसे जबरन ऊर्जा लेना होता है इसी प्रकार अन्य फर्टिलाइजर कंपनियां अपने प्रोडक्ट को यूरिया के साथ टैग करके दे रही हैं जो रिटेलर आगे किसान को देने के लिए मजबूर है अब रिटायरो का प्रशासन से यही मांग है कि किस तरह वह अंडररेट यूरिया वा अन्य उर्वरक को किसान को उचित रेट में उपलब्ध कराए लगातार प्रशासन से हो रही है छापेमारी को लेकर व्यापारियों में असंतोष व्याप्त है।
अगर कंपनी वह होलसेलर द्वारा इस प्रकार उर्वरक के साथ टैग ना किया जाए तो वह किसानों को उर्वरक के साथ टैग नहीं करेंगे संगठन का कहना है कि यदि समय रहते समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा। रैली को सफल बनाने के लिए विनोद साहू संतोष यादव कृष्णा मौर्या भी शामिल थे
व्यापारी एकता जिंदाबाद की गूज ने माहौल को क्रांतिकारी बना दिया था