साकेत न्यूज संवाददाता अम्बेडकर नगर
भियाँव (अम्बेडकरनगर) महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के अंतर्गत ग्राम पंचायत भुजगी में तालाब जीर्णोद्धार कार्य में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संबंधित कार्यस्थल पर निरीक्षण के दौरान एक भी मजदूर कार्यरत नहीं पाया गया, जबकि कागजों में दर्जनों मजदूरों की उपस्थिति दर्ज की जा रही है।
जब मौके पर निरीक्षण किया गया तो न तो तालाब क्षेत्र में और न ही चेकमार्ग पर कोई भी मजदूर कार्यरत था। वहीं, जब इस संबंध में ग्राम प्रधान से बात की गई तो उनका कहना था कि “बिना सूचना के कोई भी आएगा तो मजदूर तो घर पर ही मिलेंगे।” लेकिन गहन जांच में सामने आया कि कार्य का समय दोपहर 4:13 बजे तक बताया गया है, जबकि उसी समय पर भी कार्य स्थल पर कोई गतिविधि नहीं चल रही थी।मास्टर रोल की पड़ताल में पता चला कि आए दिन मजदूरों की संख्या 80 से 85 के बीच दर्ज की जाती है।

वास्तविकता इससे कोसों दूर नजर आई। जब ग्राम पंचायत सचिव से इस विषय में प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने कहा, “हमारे प्रधान ईमानदार हैं, मास्टर रोल तो कभी भी जीरो करवाया जा सकता है।”इस बयान ने न केवल शासन की पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया है, बल्कि यह भी संकेत दिया कि फर्जीवाड़े को वैधानिक जामा पहनाने की तैयारी पहले से ही की जाती है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि खंड विकास अधिकारी इस गंभीर मामले में संज्ञान लेकर कार्रवाई करती हैं या फिर अन्य मामलों की तरह यह प्रकरण भी फाइलों की धूल चाटता रहेगा।ग्राम पंचायतों में हो रहे ऐसे भ्रष्टाचार पर यदि सख्त कार्यवाही नहीं हुई तो केंद्र और राज्य सरकार की जनहितकारी योजनाएं जमीनी स्तर पर सिर्फ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती रहेंगी।