साकेत न्यूज संवाददाता अम्बेडकर नगर
जलालपुर अंबेडकरनगर, अगर कोई भ्रष्टाचार की असल तस्वीर देखना चाहता है तो उसे जलालपुर नगर पालिका परिसर में एक बार जरूर झांक कर देखना चाहिए। हाल ही में नगर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के नाम पर लाखों रुपये खर्च कर ठेले खरीदे गए थे। प्रचार-प्रसार भी खूब हुआ, मानो नगर की गालियाँ अब स्वच्छता में मिसाल बनेंगी। पर आज उन्हीं ठेलों की हालत देखिए — कुछ कंपाउंड में खड़े-खड़े सड़ रहे हैं, तो कुछ पहले ही टूट-फूट का शिकार हो चुके हैं।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इन ठेलों की खरीद सिर्फ और सिर्फ मोटा कमीशन खाने के इरादे से की गई थी। उपकरणों के उपयोग की कोई कार्ययोजना नहीं थी, और न ही किसी जिम्मेदारी तय की गई। ठेले आए, फोटो खिंचे, भुगतान हुआ — और फिर सब कुछ उसी गंदगी की परछाई में गुम हो गया, जहाँ से शुरुआत हुई थी।

नागरिकों का आरोप है कि नगर पालिका अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी की नाक के नीचे ये सब होता रहा, और किसी ने कोई जवाबदेही नहीं ली। ऐसे में सवाल उठता है — क्या यह जनहित की अनदेखी नहीं, और क्या जनता को सिर्फ चुनावी वादों तक ही सीमित समझा गया है?
नगरवासी अब इन खेलों को ‘कमीशन के ठेले’ कहकर बुला रहे हैं। उनका कहना है कि यह सब देखकर जनता बेवकूफ नहीं बनेगी, और समय आने पर इसका जवाब ज़रूर देगी।