साकेत न्यूज संवाददाता अम्बेडकर नगर
अंबेडकर नगर भोलेनाथ के प्रिय मास सावन की शुरुआत इस बार 11 जुलाई से हो रही है। पूरे क्षेत्र में शिवभक्ति की तैयारियां जोरों पर हैं। शिव मंदिरों में साफ-सफाई, सजावट और विशेष पूजा-अर्चना की तैयारियां आरंभ हो गई हैं। इस बार सावन में चार सोमवार का संयोग बन रहा है, जिससे श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है।श्रद्धालु कांवड़ लेकर हर साल की तरह इस बार भी मंदिरों में गंगाजल से जलाभिषेक करेंगे।
क्षेत्र के प्रमुख मंदिरों में विशेष कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जा रही है। ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश कुमार मिश्रा के अनुसार सावन के पहले ही दिन शिववास योग बन रहा है, जिसे अत्यंत शुभ और फलदायी माना गया है। मान्यता है कि इस योग में भोलेनाथ का जलाभिषेक करने से साधक को सौभाग्य, सुख-समृद्धि और मनचाहा वरदान प्राप्त होता है।
सावन का समापन नौ अगस्त को रक्षाबंधन और पूर्णिमा के साथ होगा।रुद्राभिषेक से बदलती है किस्मत, दूर होते हैं ग्रह दोष सावन माह में रुद्राभिषेक पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। रुद्राभिषेक से न केवल भगवान शिव प्रसन्न होते हैं बल्कि कुंडली में मौजूद ग्रह दोष, शत्रु बाधा, आर्थिक संकट और मानसिक अशांति जैसे जीवन के नकारात्मक पहलुओं का अंत हो जाता है।
रुद्राभिषेक की पूजा शिवरात्रि, प्रदोष व्रत और सावन सोमवार को करना विशेष फलदायी माना गया है। इसके अलावा, हर महीने की कुछ तिथियां जैसे द्वितीया, पंचमी, नवमी, एकादशी और अमावस्या भी इस पूजा के लिए श्रेष्ठ मानी जाती है।
शिव मंदिरों में बिखरेगी आस्था की छटा टाण्डा क्षेत्र के प्रमुख शिव मंदिर महादेव, झारखंडी मंदिर व नटराज परिसर हनुमानगढ़ी टांडा मंदिर में विशेष तैयारियां चल रही हैं। जगह-जगह शिव भक्ति मंडल द्वारा भजन-कीर्तन, भंडारा और शोभायात्रा जैसे आयोजन प्रस्तावित हैं। जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा और सफाई व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करने की बात कही गई है।