साकेत न्यूज संवाददाता अम्बेडकर नगर
अंबेडकरनगर। जिला पंचायत अंबेडकरनगर एक बार फिर विवादों के घेरे में है। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
वीडियो में जिला पंचायत द्वारा जारी की गई निविदा विज्ञप्ति क्रमांक 15 के अंतर्गत आने वाले एक कार्य को दिखाया गया, जो पहले ही पूर्ण हो चुका था। इसके साथ ही क्रमांक 9 मोहम्मदपुर चपरा के कार्य का भी उल्लेख किया गया, जिसे वीडियो में पहले से निर्मित बताया गया।
वीडियो के तेजी से वायरल होने के बाद जिला पंचायत प्रशासन हरकत में आया। अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत ने तत्काल संज्ञान लेते हुए क्रमांक 9 और 15 के कार्यों को निविदा प्रक्रिया से निरस्त कर दिया। साथ ही, शेष कार्यों के लिए निविदा प्रक्रिया पूर्ववत जारी रखने का निर्देश भी जारी कर दिया गया है।
प्रेस विज्ञप्ति में प्रशासन ने पहली बार सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि वायरल वीडियो में दिखाए गए तथ्यों के आधार पर ही यह कार्रवाई की गई है। यह प्रशासन की पारदर्शिता की ओर एक अहम कदम माना जा रहा है, परंतु यह भी दर्शाता है कि निविदा प्रक्रिया में निगरानी और सत्यापन की व्यवस्था में अब तक खामियाँ रही हैं।
जनता में संतोष, लेकिन उठे नए सवाल इस घटनाक्रम के बाद
स्थानीय जनता और जागरूक नागरिकों ने प्रशासन की तत्परता की सराहना की है, लेकिन यह भी सवाल उठाया है कि पहले से पूर्ण हो चुके कार्यों को दोबारा निविदा सूची में शामिल कैसे किया गया क्या यह लापरवाही थी या सुनियोजित अनियमितता? यह घटना न केवल सरकारी निविदाओं में पारदर्शिता की आवश्यकता को उजागर करती है,
बल्कि यह भी दर्शाती है कि सतर्क नागरिकों और मीडिया की निगरानी से व्यवस्था में सुधार संभव है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में और कितनी गहराई तक जांच होती है और दोषियों पर क्या कार्रवाई की जाती है।