भ्र्ष्टाचार के साथ जमीन पर कब्ज़ा नदी की धारा मोड़ दिया जा रहा है
साकेत न्यूज संवाददाता अम्बेडकर
भ्र्ष्टाचार में एनटीपीसी सबसे आगे चढ़बढ़ कर हिस्सा लेती है एनटीपीसी द्वारा हजारों किसानों की जहां जमीन अधिग्रहण के नाम पर कब्ज़ा कर अभी तक भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास और पुनर्स्थापन में उचित मुआवजा और पारदर्शिता सुनिश्चित नही किया तो वहीं अब बाढ़ खण्ड में सरयू नदी को भी कब्जा करने के साथ ही सड़क व नाला को भी कब्जा कर लिया गया।

क्या है मामला
एनटीपीसी विद्युत नगर द्वारा जहां भूमि अधिग्रहण के नाम पर हजारों किसानों को बेघर कर दिया तो दशक पूर्व उजड़े लोगों के लिए पुनर्वास व पुनर्स्थापना की व्यवस्था भी नहीं कि गई एनटीपीसी द्वारा औने पौने दामों में किसानों की जमीन जबरन प्रशासन के मदद से कब्जा कर लिया गया अभी भी तमाम लोगों का मुआवजा राशि नही दिया गया इतने से जब जी नही भरा तो एनटीपीसी द्वारा बाढ़ खण्ड की जमीन पर कब्जा कर लिया जहां एनटीपीसी द्वारा सरयू नदी पर पहले घाट का निर्माण कार्य किया गया अब नदी के किनारे किनारे एनटीपीसी के द्वारा कब्जा किया जा रहा है, मजे की बात तो यह है कि नाले और सड़क दोनों कब्जा कर लिया गया है,एनटीपीसी द्वारा जबरन कब्जा करने के सम्बंध में कही भी शिकायत दर्ज कराई जाए लेकिन कुछ नहीं होना है, क्योंकि जब हजारों किसानों की भूमि को कब्जा कर लिया गया कुछ नहीं हुआ तो फिर बाढ़ खण्ड तालाब बंजर भूमि पर कब्जा करने से क्या कुछ होगा यह अतिक्रमण हटाने का काम मात्र गरीब परिवार के लिए है नियम कानून सब गरीबों के लिए बना हुआ है।



