अम्बेडकरनगर: इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों मिट्टी खनन का धंधा पूरे शबाब पर है। ट्रैक्टरों की लंबी कतारें दिन-रात बिना किसी रोक-टोक के मिट्टी ढो रही हैं। हालात कुछ ऐसे बन चुके हैं कि मानो “प्रशासनिक मौन सहमति” से यह अवैध कारोबार चल रहा हो।
🔹 खुलेआम हो रहा खेल, कानून बना मूकदर्शक
खनन माफिया इस कदर बेखौफ हैं कि ट्रैक्टरों की आवाजाही खुलेआम हो रही है और खुदाई का काम खेत-खलिहानों में बेधड़क जारी है। लेकिन स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अमला पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है।

खनन निरीक्षक की भूमिका संदिग्ध
जिस विभाग की जिम्मेदारी है अवैध खनन पर रोक लगाने की, उसके खनन निरीक्षक शायद आंखें मूंदकर बैठे हैं।
क्या उन्हें हर ट्रैक्टर में “परमिट” दिखाई दे रहा है या फिर यह चुप्पी किसी सौदेबाज़ी की ओर इशारा कर रही है?
🔹 पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल
इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र में मिट्टी की खुदाई हो रही है, ट्रैक्टर धड़ल्ले से निकल रहे हैं लेकिन पुलिस महज़ तमाशबीन बनी हुई है। क्या यह सब बिना मिलीभगत के संभव है?
📢 अब सवाल जनता का:
क्या खनन निरीक्षक और पुलिस की चुप्पी इस गोरखधंधे की साझेदार है?
पर्यावरण की दुहाई देने वाले अफसर इस लूट पर कब जागेंगे?
क्या मिट्टी माफिया को प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त है?
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस अवैध खनन पर अंकुश लगाता है या फिर कोई बड़ी दुर्घटना इसकी कीमत वसूलेगी।