साकेत न्यूज काशी मिश्रा
अंबेडकर नगर जनपद मुख्यालय अकबरपुर में टांडा मार्ग स्थित अथर्व स्कैन सेंटर पर प्रशासन ने शुक्रवार को तगड़ी कार्रवाई करते हुए सेंटर को सीज कर दिया। एसडीएम प्रतीक्षा सिंह व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने औचक छापेमारी में एक अप्रशिक्षित डॉक्टर को अल्ट्रासाउंड करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया।सूत्रों के अनुसार, अल्ट्रासाउंड करने वाला व्यक्ति पीएनडीटी एक्ट के तहत रजिस्टर्ड डॉक्टर नहीं था। मौके पर पकड़े जाने पर उसने पहले अल्ट्रासाउंड करने से साफ इनकार किया, लेकिन मरीजों ने पुष्टि की कि उसी ने उनका अल्ट्रासाउंड किया है।

सेंटर की लापरवाही उजागर जांच में पाया गया कि फॉर्म-एफ जुलाई से भरा ही नहीं गया था।सेंटर के रजिस्टर्ड डॉक्टर ने 18 अगस्त को इस्तीफा दे दिया था, इसके बावजूद अनधिकृत व्यक्ति से अल्ट्रासाउंड कराया जा रहा था।प्रबंधन ने सहयोग नहीं किया, एसडीएम को दो घंटे तक इंतजार करना पड़ा।न मैनेजर आया, न ही मालिक सामने आया।सीसीटीवी फुटेज 17 अगस्त के बाद का गायब मिला, जिससे और भी गड़बड़ी की आशंका गहरा गई।इन सभी गंभीर अनियमितताओं के चलते एसडीएम ने मौके पर ही अथर्व स्कैन सेंटर को सीज कर दिया।
सवालों के घेरे में पूरी व्यवस्था
जनपद मुख्यालय पर दर्जनों की संख्या में अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित हो रहे हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या हर केंद्र पर वास्तव में प्रशिक्षित रेडियोलॉजिस्ट मौजूद हैं?
या फिर प्रशासन ने चुनिंदा तरीके से सिर्फ एक सेंटर को टारगेट बनाकर कार्रवाई की है?स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी और पारदर्शिता को लेकर यह कार्रवाई चर्चा का विषय बनी हुई है। अब देखना होगा कि प्रशासन बाकी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर भी इसी तरह की सख्ती दिखाता है या फिर यह कार्रवाई केवल एक उदाहरण बनकर रह जाती है।



